देहरादून: सड़क दुर्घटना का शिकार होने वाले घायलों को इलाज के लिए अब अपनी जेब से खर्च नहीं करना पड़ेगा। उन्हें निकटतम नजदीकी अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी फिर चाहे वह निजी अस्पताल या नर्सिंग होम ही क्यों न हो। सरकार जल्द ही मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू करने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत इसका ऐलान कर चुके है। बताया जा रहा है कि राज्य में बढ़ते सड़क हादसे और उससे होने वाली मौत के आंकड़े को देखते हुए सरकार बड़ा कदम उठा रही है। सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों का प्रदेश के अस्पतालों में निश्शुल्क उपचार किया जाएगा। फिर चाहे व्यक्ति उत्तराखंड का हो या किसी अन्य राज्य का। इसका प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट में पेश किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल किसी भी व्यक्ति को त्वरित उपचार किसी भी अस्पताल की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसलिए यह व्यवस्था की जा रही है कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में निश्शुल्क उपचार की सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत मरीज को निश्शुल्क उपचार की सुविधा मिलती है।व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बना है तो उसका उपचार निश्शुल्क होगा। यदि कार्ड नहीं भी बना है तो भी उसका इलाज नहीं रुकेगा। उसी अस्पताल में शासन द्वारा फ्री इलाज की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए जल्द ही कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा।
गौरतलब है कि सड़क दुर्घटना के बाद नजदीकी अस्पतालों को छोड़कर पीड़ितों को आमतौर पर सरकारी अस्पतालों में ले जाया जाता है। ऐसे में दुर्भाग्यवश कई घायलों की समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने से मौत हो जाती है। इस व्यवस्था से सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की जान बचाने में सहायता मिलेगी। साथ ही परिवार पर आर्थिक बोझ भी नहीं आएगा।