बागेश्वर: सुंदरढूंगा ग्लेशियर में अक्टूबर माह से लापता गाइड का शव नौ महीने बाद मिला है। मृतक के भाई ने शव मिलने का दावा किया है इसकी सूचना उसने पुलिस और प्रशासन को दी है सूचना के बाद पुलिस प्रशासन की टीम SDRF को साथ लेकर मौके पर रवाना हो गई है।
बता दें अक्टूबर में बंगाली पर्यटकों का एक दल सुंदरढूंगा ग्लेश्यिर की साहसिक यात्रा पर गया था उनके साथ जैंतोली गांव निवासी खिलाफ सिंह दानू बतौर गाइड गए थे तब मौसम खराब होने पर पांच बंगाली पर्यटकों की बर्फ में दबने से मौत हो गई थी उनके शवों को भी प्रशासन ने खोज लिया था, लेकिन तब गाइड दानू लापता हो गए थे नौ महीने बाद सुंदरढूंगा में उनके शव मिला है।
कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने शनिवार को फोन पर बताया कि मृतक के भाई आंनद सिंह और कुछ ग्रामीण एक सप्ताह पहले सुंदरढूंगा शव खोजने के लिए गए थे उन्हें वहां की भौगोलिक जानकारी भी है गर्मी में बर्फ पिघलने के कारण उन्हें दो दिन पहले शव मिल गया है इसकी सूचना उन्होंने पुलिस और प्रशासन को दे दी है. सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने कहा जब टीम पुष्टि करेगी उसके बाद ही शव उठाया जाएगा।
मौसम खराब हुआ और गुम हो गया खिलाफ सिंह
पिछले साल पश्चिम बंगाल के पांच ट्रैकर्स हिमालय की चोटियों पर ट्रैकिंग करने आए थे। इन्हीं को पहाड़ की सैर कराने निकले थे गाइड खिलाफ सिंह। पांचों ट्रैकर्स और खिलाफ सिंह चार पोर्टरों के साथ खाटी से सुन्दरडूंगा ग्लेशियर के लिए निकले थे। 16 अक्टूबर 2021 को ट्रैकरों की टोली अपनी मंजिल के रास्ते पर थी कि अचानक 20 अक्टूबर को मौसम खराब हो गया। पहाड़ पर तूफान आ धमका. बर्फीले तूफान में सभी 10 लोग फंस गए। अब कोशिश जान बचाने की थी। बंगाल से आए पांचों सैलानी बर्फबारी के शिकार हो गए। सभी की मौत हो गई। उनके साथ चल रहे चारों पोर्टर जैसे-तैसे अपनी जान बचाते हुए गांव तक पहुंच गए, मगर खिलाफ सिंह कहां था, कुछ पता नहीं चला।