लखनऊ: स्कूलों की तरह अब उत्तर प्रदेश के मदरसों में कक्षा शुरू होने से पहले राष्ट्रगान गाना अनिवार्य होगा। मदरसा शिक्षा परिषद ने मदरसों में पढ़ाई शुरू होने से पहले राष्ट्रगान को अनिवार्य कर दिया है। राज्य के मान्यता प्राप्त, सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त मदरसों में ये नियम लागू होगा। छात्रों को नए शैक्षणिक सत्र से अन्य दुवाओं के साथ अब राष्ट्रीय गान गाना होगा।
मदरसा शिक्षा परिषद की ओर से यह बदलाव किया गया है। इन्ही निर्देशों के पालन में जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने सभी मदरसा प्रबंधकों को पत्र जारी कर दिया है। साफ रूप से कह दिया है कि अब स्कूलों की तरह मदरसों ने भी राष्ट्रगान होगा। आपको बता दें कि अकेले सहारनपुर में करीब 508 मदरसे चल रहे हैं। इनमें मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसे शामिल हैं। कक्षा एक से पांच तक के सहारनपुर जिले में करीब 418 मदरसे हैं। इसी तरह से कक्षा छह से आठ तक के करीब 82 और नवी से कक्षा दस 10 तक के करीब आठ मदरसे हैं।
आपको बता दें कि सहारनपुर जिले में 238 मदरसे ऐसे भी हैं जिनमें आधुनिकीकरण योजना के तहत शिक्षा दी जा रही है। यानी इन मदरसों में केवल दीनी ही शिक्षा ही नहीं दी जाती सामान्य शिक्षा भी दी जाती है। इन मदरसों में मानदेय पर शिक्षकों को रखा गया है। सामान्य रूप से मदरसों में पहले दुआ होती है उसके बाद पढ़ाई शुरू हो जाती है लेकिन अब शासन ने जो आदेश जारी किए हैं उसके अनुसार मदरसों में पढ़ाई शुरू होने से पहले राष्ट्रगान होगा। जिला अल्पसंख्यक विभाग ने इसके लिए सभी मदरसा संचालकों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्होंने बताया है कि एक विंग इसकी जांच करेगी कि मदरसों में दैनिक रूप से राष्ट्रगान हो रहा है या नहीं। अगर कहीं पर निर्देशों का पालन नहीं होता पाया जाता हौ तो ऐसे मदरसा संचालकों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी भारत लाल गौड़ ने इसकी पुष्टि की है।