देहरादून: उत्तराखंड में मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है। मंगलवार शाम प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज हवा और आंधी के साथ बारिश हुई। वहीं टिहरी झील में आए जबरदस्त आंधी-तूफान से करीब दो दर्जन से अधिक बोटों को नुकसान पहुंचा है। कई बोटों के इंजन टिहरी झील में डूब गए है जबकि तेज तूफान के कारण अन्य बोटों की बॉडी आपस में टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई है। झील में आया तूफान इतना तेज था कि बोट में बैठे यात्रियों को नाव चालकों ने कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल बचाया। जब झील में तूफान आया तो वहां अफरा-तफरी मच गई। 2016 के बाद टिहरी झील में इतना भयानक तूफान आया था।
इस तूफान ने बोट्स मालिकों को भी भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, अगर सरकार द्वारा इनकी सुध नहीं ली गयी तो पहले से कोरोना काल और अन्य कई वजहों से नुकसान झेल रहा टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स का कारोबार दम तोड़ देगा। बोट्स यूनियन ने शासन-प्रशासन मांग करते हुए कहा कि झील में जेटी की संख्या बढ़ाई जाये और तूफान से बोट संचालकों को हुए नुकसान का मुआवजे और बोटिंग स्थल पर सुरक्षा के इंतजाम किये जाये.