देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने सोमवार सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में सख्त चेतावनी दी है। सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि विकास के लिए न चैन से सोऊंगा, ना सोने दूंगा। सीएम ने बैठक बीच में ही स्थगित कर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि एक सप्ताह बाद पूरी तैयारी के साथ आयें, और पिछले पांच सालों में जो कार्य हुए हैं और जो कार्य प्रगति पर है, उनकी स्पष्ट जानकारी उपलब्ध कराई जाय। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में सड़क एवं पुलों के निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि कार्यों को निर्धारित समयवधि में पूरा करने के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। कार्यों की गुणवत्ता में कोई शिकायत आई तो, संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जनहित में अधिकारियों को कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार में सुधार लाना होगा। बैठक में जानकारी दी गई कि चारधाम परियोजना के तहत 889 किमी लम्बाई के 53 कार्यों में से 691 किमी के 41 कार्य स्वीकृत हो चुके हैं। भारतमाला परियोजना के तहत सीमान्त क्षेत्रों के सामरिक दृष्टि से यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किये जाने के लिए 628 किमी के 05 सड़क मार्गों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री धामी ने लोक निर्माण विभाग के अवशेष कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक 15 दिन में मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग टारगेट का ग्राफ बनाकर लक्ष्य पूरा करें। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गों पर लैण्ड स्लाईड जोन के लिए 7 दिन में एक्शन प्लान बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही लैण्ड स्लाईड जोन में उपकरणों की व्यवस्था, रिस्पांस टाइम कम करने व संवेदनशील लैण्ड स्लाईड जोन पर लोंगटर्म ट्रीटमेंट कर स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा बैठक में अधिकारियों के अधूरी तैयारी के साथ आने पर बैठक बीच में ही स्थगित कर दी। उन्होंने अधिकारियों को एक सप्ताह बाद, पिछले पांच सालों में हुए कार्यों व प्रगतिशील कार्यों की जानकारी के साथ आने के निर्देश दिए। बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी , मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव एस. ए. मुरूगेशन एवं संबधित अधिकारी उपस्थित रहे।