देहरादून के ऐतिहासिक झंडे जी का जयकारों के बीच आज आरोहण किया गया। इस अवसर पर दुनियाभर से आए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह 8 बजे झंडे जी को उतारा गया जिसके बाद उन्हें दूध, दही,शहद,गंगाजल आदि से स्नान कराने के बाद उनपर संगतों ने मन्नत मांगते हुए दर्शनी गिलाफ चढ़ाए। श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुवाई में श्री झंडेजी का आरोहण किया गया। एसजीआरआर, तालाब, एसजीआरआ, बांबे बाग मातावाला बाग, एसजीआरआर, रेसकोर्स, एसजीआरआर, राजा रोड में भारी संख्या में संगत पहुंची । कोरोना के कारण दो साल से झंड़े मेला नहीं लग पा रहा था। इस बार एक महीने तक मेला लगेगा। इस साल दिल्ली से आए बलजिंदर सिंह सैनी ने अपने दादा की 100 साल पहले मांगी मुराद पूरी की है। और दर्शनी गिलाफ चढ़ाया है।
दोपहर को 1 बजकर 14 मिनट पर गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया शुरु हुई। 3 बजकर 5 मिनट पर दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में श्रद्धालुओं ने 90 फीट ऊंचे श्रीझंडे जी को लकड़ी से बनी कैंचियों के सहारे धीरे-धीरे खड़ा कियातीन बजकर 22 मिनट पर झंडे जी का आरोहण होते ही वातावरण श्री गुरु राम राय महाराज की जय, जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल, सच्चे दरबार की जय, दरबार साहिब की जय आदि जयकारों से गूंज उठा। संगतें ढोल की थाप पर नृत्य करने लगीं। भावावेश में कई श्रद्धालुओं की आंखें भी नम हो गईं। इस दौरान दरबार परिसर में कीर्तन टीम ने गुरु महाराज के जयकारे लगाए।
गौरतलब है कि झंडा मेला हर वर्ष होली के पांचवें दिन श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ शुरू होता है और करीब एक महीने तक चलता है। कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्ष में झंडा मेला का आयोजन सूक्ष्म रूप में किया गया। दरबार साहिब में शीश नवाने और श्री गुरु राम राय महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने को देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। श्रीझंडे जी में इस बार दिल्ली के रवि नगर एक्सटेंशन निवासी बलजिंदर सिंह सैनी पुत्र जसबीर सिंह सैनी दर्शनी गिलाफ चढ़ाएंगे। पेशे से व्यापारी बलजिंदर इसके लिए मां कुलदीप कौर के साथ दून पहुंच चुके हैं। उनके दादा अक्षर सिंह ने 100 साल पहले दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए बुकिंग कराई थी।