रूस और यूक्रेन के बीच जंग की शुरुआत हो चुकी है। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली और जर्मनी समेत कई देशों ने रूस से शांति की अपील की थी। लेकिन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जिद पर अड़े रहे। लगभग 1.5 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन पर मिलिट्री ऑपरेशन के लिए कूच कर चुके हैं। आखिरकार रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर अटैक कर दिया। खबरों के मुताबिक रूस ने यूक्रेन के 11 शहरों में हमला किया है, जिनमें राजधानी कीव के अलावा खार्किव, मोलदोवा और चिशिनाओ भी शामिल हैं। इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहांस्क को अलग देश के तौर पर मान्यता दी थी। उसने संयुक्त राष्ट्र, नाटो सहित कई देशों की युद्ध टालने की अपील को दरकिनार कर दिया। रूसी सैनिक अब यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस चुके हैं। यूक्रेन में चारों ओर तबाही का मंजर है, रॉकेट लॉन्चर हवाई हमले लगातार हो रहे हैं। वहां एयरपोर्ट बंद कर दिया गया। इस कदम के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों के रेस्क्यू मिशन को भी रोकना पड़ा। यूक्रेन गई एयर इंडिया की फ्लाइट खतरे के अलर्ट के चलते वापस लौट आई।
यूक्रेन के लोगों में दहशत है। इस युद्ध को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जिद पर अड़े हुए हैं। पुतिन किसी की नहीं सुन रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 40 यूक्रेनी सैनिक और 10 नागरिक मारे जा चुके हैं। वहीं, यूक्रेन ने रूस के 100 से ज्यादा सैनिकों को मारने और 7 फाइटर जेट्स-टैंक्स, 3 हेलिकॉप्टर तबाह करने का दावा किया। रूस तीन तरफ से यूक्रेन पर हमले कर रहा है। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
यूक्रेन समेत तमाम यूरोपीय देशों में भारत बड़े पैमाने पर दवा, बॉयलर मशीनरी, मकेनिकल अप्लायंस, तिलहन, फल, कॉफी, चाय, मसालों समेत कई महत्वपूर्ण चीजों का निर्यात करता है. वहीं दूसरी ओर, भारत यूक्रेन से सनफ्लावर ऑयल, लोहा, स्टील, प्लास्टिक, केमिकल्स, इनॉर्गेनिक केमिकल्स, जानवर, वेजिटेबल फैट एंड ऑयल आदि वस्तुएं आयात करता है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के कारण न सिर्फ यूक्रेन में भारत का व्यापार प्रभावित होगा बल्कि यूक्रेन से आने वाले सामानों की सप्लाई पर भी बुरा असर पड़ना तय है। लिहाजा, यूक्रेन से आने वाली कई जरूरी चीजों की सप्लाई प्रभावित होने से इनकी कीमतों में बढ़ोतरी होना भी लगभग तय है।
यूक्रेन में भारत के राजदूत के क्या कहा….
यूक्रेन में भारत के राजदूत ने कहा कि कीव में भारत का दूतावास सभी भारतीयों की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है। अगर कोई कीव में फंसा है तो वे अपने दोस्तों, परिवारों, भारतीय समुदाय के सदस्यों और भारतीय दूतावास से संपर्क करें। उन्होंने आगे कहा कि चूंकि हवाई क्षेत्र को अवरुद्ध कर दिया गया है, सड़कें अवरुद्ध हैं और रेल सेवाएं बाधित हैं, मैं सभी भारतीय नागरिकों को सलाह देता हूं कि वे अपने निवास के सामान्य क्षेत्र में जहां कहीं भी रहें, और जो लोग पारगमन में हैं उन्हें वापस सामान्य क्षेत्रों में जाना चाहिए।
यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं, जिनको पिछले कुछ दिनों से एयरलिफ्ट करने का काम चल रहा था। अब भी यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों समेत नागरिकों के लिए केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। केंद्र सरकार ने रूस के खिलाफ जारी युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सहायता के लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू की है। उत्तराखंड समेत कई राज्यों के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के छात्रों की सकुशल वापसी के लिए केंद्र सरकार से आज बात भी की है। वहीं दिल्ली में 24 घंटे का कंट्रोल रूम बनाया गया है और हेल्पलाइन नंबर +911123012113, +911123914104, +911123017905 और 1800118797 दिया गया है। वही दूसरी यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर: +38 0997300428, +38 0997300483, +38 0933980327, +38 0635917881, +38 0935046170 है।