उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है। कोरोना महामारी फिर से धीरे-धीरे अपनी रफ्तार पकड़ रही है। इसी बीच आम आदमी पार्टी के सचिव अरविंद केजरीवाल सोमवार को देहरादून परेड ग्राउंड में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनावी जनसभा को संबोधित करने से पहले बीजापुर गेस्ट हाउस में भी रुके थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना पॉजिटिव होने के दौरान जनता को संबोधित किए जाने पर स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।
देहरादून में स्थित बीजापुर राज्य अतिथि गृह के मुख्य अधिकारी ने जिला अधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र में बताया कि अरविंद केजरीवाल सोमवार को परेड ग्राउंड में चुनावी जनसभा को संबोधित करने से पहले बीजापुर गेस्ट हाउस में रुके हुए थे। देहरादून में केजरीवाल के संपर्क में आए सभी लोगों ने मंगलवार को कोरोना टेस्ट करवाया और खुद को आइसोलेट किया। बीजापुर गेस्ट हाउस में 23 कर्मचारियों के सैंपल लिए गए हैं। उनकी आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है और उन्हें क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया है।
ड्यूटी पर तैनात स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया–
देहरादून जिले के CMO डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि बीजापुर गेस्ट हाउस में जितने भी स्टाफ ड्यूटी पर तैनात थे उन सब का कोरोना जांच की जाएगा। साथ ही जो भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संपर्क में आए हैं, उनका भी ट्रेस किया जा रहा है। ऐसे लोगों को सलाह दी गई है, कि वह खुद ही आइसोलेट हो जाएं। ताकि कोरोना के प्रसार को रोका जा सके।
बड़ा सवाल यह भी है कि जब उत्तराखंड केजरीवाल आ रहे थे तो क्या उससे पहले उन्होंने अपना कोरोनावायरस टेस्ट कराया था उत्तराखंड में एंट्री के लिए कोरोनावायरस टेस्ट की जरूरत है लेकिन क्या यह केवल आम आदमी के लिए है या फिर उत्तराखंड आने वाले नेताओं की कोरोना टेस्टिंग की रिपोर्ट क्यों नहीं मांगता है प्रशासन।
(साभार- पत्रकार, खुशी सिंह की कलम से…)