देहरादून: ग्राफिक एरा में छात्र-छात्राओं को उनकी रुचियां और संभावनाओं के अनुरूप करियर विकल्पों की जानकारी दी गई।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में भविष्य के फूड सेफ्टी और न्यूट्रिशन लीडर्स को तैयार करने के लिए करियर काउंसलिंग सप्ताह शुरू हुआ। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए हिमालय वैलनेस कंपनी के अध्यक्ष डा. एस फारूक ने कहा कि बीते हुए कल से सीखे, आज पर कम करें और बेहतर भविष्य बनाएं। उन्होंने कहा कि एक जिज्ञासु मन ही भविष्य में नेतृत्व की क्षमता रखता है। छात्र-छात्राओं के लिए सवाल पूछना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यही सीखने, आत्मविश्वास बढ़ाने और विचारों को व्यवहार में लाने की पहली सीढ़ी है।
नॉर्दर्न रेलवे सेंट्रल हॉस्पिटल के डायटेटिक्स डिपार्मेंट की हेड श्रीमती अनुषा मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को फूड साइंस डायटेटिक्स और न्यूट्रिशन के क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न कैरियर अवसरों से अवगत कराया। उन्होंने सरकारी फैलोशिप, रिसर्च के अवसरों और पब्लिक हेल्थ इनीशिएटिव की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को प्रोफेशनल डेवलपमेंट की दिशा में सक्रिय रहने की सलाह दी। यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिंदर सिंह ने छात्र-छात्राओं को सफलता की राह पर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का आयोजन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने आयोजित किया। कार्यक्रम में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सदस्य प्रो. आई. पी. पांडे, हिमाचल पॉलीओलेफंस लिमिटेड के जनरल मैनेजर डा. वीरेंद्र भारद्वाज, डिपार्मेंट हेड प्रो. (डा.) विनोद कुमार, डा. बिंदु नायक, डा. संजू कुमार, डा. अंकिता डोभाल, डा. कृष्ण आयुष, डा. श्वेता जोशी, डा. रवनीत कौर समेत अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन सलोनी जोशी ने किया।