देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “हमारी डबल इंजन सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि प्रदेश के युवाओं को नशे की लत से दूर रखा जाए और उन्हें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने के अवसर दिए जाएं।”
राज्यव्यापी अभियान की शुरुआत
देहरादून समेत हर जिले में पुलिस, एसटीएफ और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई चल रही है। ड्रग्स की तस्करी और खपत पर रोक लगाने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। साथ ही, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
सख्त कानून और कार्रवाई
सरकार ने स्पष्ट किया है कि मादक पदार्थों के कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब तक कई जिलों—हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, देहरादून और नैनीताल—में बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी गई हैं और कई तस्कर जेल भेजे गए हैं।
युवाओं के लिए वैकल्पिक पहल
सरकार ने युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए खेल, स्वरोजगार और स्किल डेवलपमेंट योजनाओं पर भी जोर दिया है। जिला स्तर पर ‘युवा क्लब’ और ‘स्पोर्ट्स एक्टिविटी सेंटर’ स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि युवा अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगा सकें।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “ड्रग्स सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है। इसे खत्म करने के लिए सरकार, समाज और परिवार सभी को मिलकर काम करना होगा। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड को पूरी तरह ड्रग्स फ्री राज्य बनाया जाए।”