हरिद्वार: पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन कालनेमि” का असर हरिद्वार में दिखने लगा है। फर्जी बाबाओं और ढोंगी साधुओं के खिलाफ अभियान के तहत पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो ‘सतीश’ नाम बताकर साधु के वेश में भीख मांग रहा था, लेकिन जांच में उसकी असली पहचान ‘सलीम’ पुत्र हनीफ (निवासी रायसी, लक्सर) के रूप में सामने आई।
मामला हरिद्वार जिले के झबरेड़ा थाना क्षेत्र का है, जहां ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। ग्राम सुनेहेड़ी आलापुर के लोगों ने बताया कि एक अजनबी साधु गांव में घूम-घूमकर भीख मांग रहा है। सूचना मिलते ही इक़बालपुर चौकी प्रभारी और उपनिरीक्षक नितिन बिष्ट ने तत्काल मौके पर पहुंचकर उसे हिरासत में लिया।
थाने में पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम पहले ‘सतीश’ बताया, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद उसकी असली पहचान उजागर हो गई। पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों और पहचान छिपाने के आरोप में आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर जिलेभर में फर्जी बाबाओं और नकली साधुओं के विरुद्ध “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत सघन अभियान चलाया जा रहा है। एसपी देहात शेखर चन्द्र सुयाल ने स्पष्ट किया कि जो लोग झूठी पहचान और वेशभूषा के माध्यम से जनता को भ्रमित कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन कालनेमि लगातार जारी रहेगा और किसी भी ढोंगी बाबा को बख्शा नहीं जाएगा।”
ऑपरेशन कालनेमी प्रदेश में धर्म की आड़ में धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध पुलिस की सक्रियता और जागरूकता का परिचायक बन गया है।