महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। नागपुर स्थित घर पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा है। इसके अलावा शहर के ट्रैवोटल होटल में भी आयकर विभाग ने दबिश दी है। इसके साथ ही आईटी विभाग ने अनिल देशमुख के काटोल वाले घर पर भी छापेमार कार्रवाई की है। इस दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। आयकर विभाग की कार्रवाई अभी जारी है। अनिल देशमुख पर आय से अधिक संपत्ति रखने और 100 करोड़ रुपये के वसूली कांड मामले में कई ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। इस दौरान कई अहम दस्तावेज प्राप्त किए गए हैं। 100 करोड़ रुपये के वसूली मामले में वाझे ने ईडी के सामने खुलकर बात की। वझे ने दावा किया कि अपनी नौकरी बचाने का उसपर राजनीतिक दवाब था, जिसकी वजह से अनिल देशमुख के निर्देश पर बार से वसूली करता था। बता दें 100 करोड़ रुपये की वसूली मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में विशेष PMLA कोर्ट में चार्जशीट दायर किया था, जिसमें खुलासा हुआ है कि अनिल देशमुख के कहने पर मुंबई पुलिस के बर्खास्त एपीआई सचिन वझे को अपने निजी सहायक कुंदन शिंदे को सह्याद्री गेस्ट हाउस के बाहर और राजभवन के पास दो अलग-अलग मौकों पर 4.6 करोड़ रुपये कैश से भरे 16 बैग सौंपने का निर्देश दिया था। ये पैसे सचिन वाझे ने खुलासा किया है कि अनिल देशमुख के कहने पर शहर के बार , रेस्टोरेंट और हुक्का बार मालिकों से वसूले थे। सचिन वाझे ने दावा किया कि वो जो भी रकम वसूलता था, उसमें से उसे कुछ नहीं मिलता था। बयान में सचिन वाजे ने कहा, ‘मुझे कुछ भी आर्थिक लाभ नहीं हुआ है। ऑर्केस्ट्रा बार से जो भी रकम की वसूली की थी, वो कुंदन शिंदे को दे दी थी। चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि अभी अनिल देशमुख और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद ईडी अनिल देशमुख के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करेगी। ईडी ने बताया कि अनिल देशमुख कई महीनों से समन से बचते रहे हैं और उन्हें देश छोड़ने से रोकने के लिए एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।