हरिद्वार: आजकल डिजिटल लेनेदेन का काम इतना तेजी से बढ़ रहा है कि भगवान के मंदिरों में भी दान-दक्षिणा का काम ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से होने लगा है। अभी तक लोग दान-पुण्य के लिए केश का उपयोग करते थे, लेकिन बदलते समय ने इस लेनदेन का तरीका भी बदल दिया है, पंडित पूजा पाठ आदि की दक्षिणा तो लंबे समय से ऑनलाइन लेने लगे हैं, लेकिन अब भगवान को चढ़ाया जानेवाला दान भी क्यूआर कोड स्कैन कर चढ़ाया जा रहा है।
हरिद्वार के विश्व प्रसिद्ध हर की पैड़ी क्षेत्र में ऐसे कई मंदिर हैं, जहां पर श्रद्धालु यूपीआई के माध्यम से चढ़ावा दे सकते हैं। वहीं यूपीआई के माध्यम से दान अब श्रद्धालुओं को भी सुविधाजनक लग रहा है। फुटकर पैसे ना होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी महसूस होती थी। अब डिजिटल इंडिया योजना ने श्रद्धालुओं को डिजिटल दान करने की सुविधा दे दी है।