देहरादून: आगामी 4 जुलाई से सावन का पवित्र त्यौहार शुरू होने जा रहा है। यह महीना शिव भक्तों के लिए बड़ा ही विशेष होता है। इस दौरान भक्त शिवजी की पूजा–अर्चना और उपवास रखते हैं। वहीं कुछ कावड़ यात्री कावड़ लेने के लिए हरिद्वार की कावड़ यात्रा करते हैं। लेकिन सरकार यात्रा के लिए कुछ नियम–कानून भी तय करती है। इस बार उत्तराखंड सरकार ने कावड़ियों के लिए पहचान पत्र रखना अनिवार्य किया है। आपको बता दें हरिद्वार में 4 से 15 जुलाई तक होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड के साथ पड़ोसी राज्य तैयारी में जुट गए हैं। तय नियमों के मुताबिक कावड़ यात्रियों को बिना पहचान पत्र के उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं 15 फीट से ऊंची कावड़ लाने की भी अनुमति नहीं होगी। डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं है, हालांकि डीजे की आवाज को नियंत्रित रखना होगा।
डीजीपी ने बताया कि दिल्ली, मेरठ वापस जाने के लिए कांवड़ यात्रियों के लिए हाईवे की बायीं लेन आरक्षित की जाएगी। साथ ही इस दौरान शिविर और भंडारे आदि हाईवे से 20 से 30 मीटर दूर लगाए जाएंगे।कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार में जाम न लगे इसके लिए चारधाम यात्रियों से हरिद्वार से बचकर जाने की अपील की जाएगी।
दरअसल शुक्रवार को देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पंजाब सहित अन्य एजेंसियों की समन्वय बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 4 करोड़ कावड़ियों के आने का अनुमान है। पुलिस ने कावड़ यात्रियों के लिए QR कोड जारी किया है। इस QR कोड को मोबाइल पर स्कैन करने पर रूट डायवर्जन, पार्किंग खोया–पाया सेल सहित सभी जरूरी जानकारी हासिल की जा सकेगी।