देहरादून: हो सकता है कि देहरादून को वंदे मेट्रो की सौगात मिले। इसके संकेत कल पेश हुए बजट के बाद मिल रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया और इसमें सबसे खास बात रेल बजट की थी।
अगले एक साल में देश के कई शहरों को वंदे मेरो से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। इस बीच केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रीजनल क्षेत्रों के लिए वंदे मेट्रो को डिजाइन किया जा रहा है. इस साल के मध्य तक वंदे मेट्रो ट्रेनों के लिए पूरा खाका खीच दिया जाएगा। ऐसे में देहरादून भी इस लिस्ट में पूर दावेदार नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि पहले मेट्रो योजना के द्वारा देहरादून से हरिद्वार और ऋषिकेश को भी जोड़ने की योजना थी लेकिन सर्वे के बाद सरकार ने फैसला बदल लिया है। अभी फिलहाल देहरादून में ही मेट्रो चलाने की योजना है। अंतिम सर्वे के बाद सरकार ने देहरादून के दो मार्गों पर ही मेट्रो चलाने का निर्णय लिया है।
मेट्रो के दो रूट तय किए गए हैं। एक मेट्रो का रूट एफआरआई से रायपुर तक का होगा। ये दूरी 13.9 किलोमीटर की होगी। इस बीच एफआरआई, आईएमए ब्लड बैंक, दून स्कूल, कनॉट प्लेस, घंटाघर, गांधी पार्क, सीएमआई, आराघर, नेहरू कॉलोनी, अपर बद्रीश कॉलोनी, अपर नत्थनपुर, ओएफडी, हाथीखाना, रायपुर स्टेशन बनेंगे। दूसरा मेट्रो रूट आईएसबीटी से गांधी पार्क तक होगा। इसकी दूरी 8.5 किलोमीटर की होगी। इस बीच जहां स्टेशन बनेंगे वे हैं आईएसबीटी, सेवलाकला, आईटीआई, लालपुल, चमनपुरी, पथरीबाग, रेलवे स्टेशन एवं कोर्ट। प्रदेश सरकार प्रथम चरण में केंद्र सरकार के साथ पचास प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ देहरादून के दो रूट पर नियो मेट्रो चलाना चाहती है।