चीन में तबाही मचाने वाले ओमिक्रोन सब वेरिएंट BF.7 की भारत में दस्तक, उत्तराखंड में जारी होगी कोविड SOP

Coronavirus BF.7:  चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार ओमिक्रोन के सब वेरिएंट बीएफ.7 के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं । चीन सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट BF.7 ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसे ओमिक्रोन का सब वेरिएंट भी माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों ने तो यह भी कहना है कि BF 7 कोरोना का अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरियंट है।

कोरोना वायरस के नये वैरियंट BF 7 भारत में दी दस्तक दे दी है। BF.7 के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं। गुजरात के बडोदरा में एक NRI महिला में नए वैरियंट के लक्षण पाए गए हैं। इसके अलावा दो और मामले भी सामने आए हैं। आशंका है कि ये दो मरीज भी इस वैरियंट से संक्रमित हैं। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। लेकिन खौफ की लहर तो फैल ही रही है। मामले को गंभीरता से लेते हिए सरकार भी एक्शन में आ गई है।

सूत्रों के मुताबिक गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था। अब तक गुजरात से तीन मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।

कोरोना का नया वैरियंट BF.7

कोरोना के नए वैरियंट BF.7 को ओमिक्रॉन का सब वैरियंट (omicron new variant) कहा जा रहा है। इसका पूरा नाम BA.5.2.1.7 है, जिसे शॉर्ट में BF.7 कह रहे हैं। यह वैरियंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है। इसका नाम R346T है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस वैरियंट के खिलाफ वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को भी यह चकमा दे रहा है।

कोरोना के नए वैरियंट BF.7 के लक्षण

नए बीएफ.7 सब-वैरिएंट के लक्षण सामान्य फ्लू के समान हैं और इसमें सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द आदि शामिल हैं। चूंकि यह अत्यधिक संक्रामक है, यह कम अवधि के भीतर लोगों के एक बड़े समूह में फैल जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है, हम देखते हैं कि लोग थोड़े लापरवाह हो गए हैं क्योंकि कोविड-19 के दौरान बनाए गए कई नियमों को हटा दिया गया है। इसलिए, अब यह महत्वपूर्ण है कि हम कम से कम बुनियादी उपायों का पालन करें।

  • संक्रमित व्यक्ति को खांसी, गले में खराश, बुखार, थकावट, नाक बहना और उल्टी आती है
  • कई बार संक्रमित हो चुके शख्स में कोई लक्षण नहीं होता है यानी वो एसिम्टोमेटिक होते हैं
  • कोरोना के नए वैरियंट 7 का संक्रमण काल बहुत कम है, यह तेजी से फैलता है
  • यह वैरियंट 1 संक्रमित शख्स के जरिए 10 से 18 लोगों तक तेजी से फैल सकता है

नया वैरियंट BF.7 चीन में मचा रहा तबाही

लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी एयरफिनिटी के मुताबिक चीन में अगर जीरो कोविड पॉलिसी (china zero covid policy) खत्म होती है तो 21 लाख मौतें हो सकती हैं। यही नहीं BF.7 की R0 वैल्यू ज्यादा होने के पीछे चीनियों की कमजोर इम्यूनिटी भी हो सकती है। क्योंकि जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से चीन (coronavirus in china) के लोगों में बाकी दुनिया की तरह हर्ड इम्यूनिटी नहीं है। अमेरिकी साइंटिस्ट एरिक फेगल-डिंग ने तो आशंका जताते हुए कहा है कि 90 दिन में चीन की 60% आबादी यानी लगभग 80 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित होंगे।

नए वैरियंट BF.7 को लेकर भारत सरकार एक्शन में

डॉ. अमिताभ घोष (कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, मणिपाल हॉस्पिटल्स, गुरुग्राम) का कहना है कि नया वैरिएंट उतना घातक नहीं है, लेकिन यह अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। वे आगे कहते हैं, ”ऑमिक्रोन के अन्य वैरिएंट की तरह, BF.7 भी एक अन्य सब-वैरिएंट है जिसकी ट्रांसमिशन दर बहुत तेज़ है। कई डेटा के अनुसार, इस वैरिएंट के लिए घातक होने की दर अधिक नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से यह अन्य की तुलना में तेजी से प्रसारित होता है। भारत में मृत्यु दर और अस्पताल में भर्ती होने के बहुत कम मामले हैं, लेकिन यह एक व्यक्ति की इम्यूनिटी समेत कई अन्य कारणों पर निर्भर करता है।” डॉ. का मानना है कि वैक्सीन के चौथे डोज से संभावित मौतों को रोका जा सकता है।

उत्तराखंड में जल्द जारी होगी कोविड एसओपी

उत्तराखंड में जल्द जारी होगी कोविड एसओपी, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने ली समीक्षा बैठक स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि चीन में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चिंता बढ़ गई है। कहा कि उत्तराखंड में भी गाइड लाइन तय की जाएगी। भारत सरकार के दिशा-निर्देेश का इंतजार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि भारत सरकार के दिशा निर्देश पर उत्तराखंड में भी जल्द ही कोरोना से बचाव की एसओपी जारी की जाएगी।

कहा कि उत्तराखंड में कोरोना जैसे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन एहतियातन एसओपी जारी कर उसे प्रभावी किया जाएगा।स्वास्थ्य मंत्री डा. रावत बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में पहुंचे थे। चीन में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार की चिंता पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में भी गाइड लाइन तय की जाएगी। भारत सरकार के दिशा-निर्देेश का इंतजार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। डा. रावत ने कहा कि राज्य में 1800 वेलनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *