उत्तरकाशी में एवलांच से 9 की मौत, भारी बर्फबारी के कारण 32 फंसे…

उत्तरकाशी: उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (निम) के दल द्रौपदी का डांडा में एवलांच की चपेट में आने से 9 प्रशिक्षणार्थियों की मौत हो गई है, जबकि 32 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास (ग्‍लेशियर के बीच में बड़ी दरार) अभी फंसे हुए हैं। इन्‍हें निकालने के लिए निम की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था।

जानकारी के अनुसार, एवलांच की चपेट में आने से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान(निम) के 34 प्रशिक्षु और 7 पर्वतारोहण प्रशिक्षक वहां फंसे थे। निम कर्नल अजय बिष्ट ने बताया कि इस दौरान 9 पर्वतारोहियों के शव बरामद हुए हैं। वहीं, 32 पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। वहीं डीएम अभिषेक रूहेला ने बताया कि मौसम खराब होने की वजह से अभी रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है।

नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 पहाड़ी पर बीते 22 सितंबर से  बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। जिसमें बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व नौ प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे। वहीं मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी। जिस पर राजनाथ सिंह ने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है।

बताया जा रहा है कि बचाव और राहत कार्यों के लिए IAF ने 2 चीता हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं, अन्य सभी हेलिकॉप्टरों के बेड़े को किसी भी अन्य आवश्यकता के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। फंसे लोगों को निकालने के लिए निम रेस्क्यू अभियान चला रहा है।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवांस में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। घटना स्थल पर निम के पास दो सेटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरन्त समन्वय किया जा रहा है।

 

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