देवघर/झारखंड: झारखंड के देवघर में बड़ा हादसा हुआ है। रोपवे खराब होने के कारण 48 लोग हवा में लटक गए। हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। रोपवे में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) की मदद ली जा रही है। हादसा त्रिकूट पर्वत पर हुआ है। जानकारी के मुताबिक 35 से अधिक लोग अभी भी रोपवे में फंसे हुए हैं। रोपवे में फंसे अधिकांश लोग बिहार और झारखंड से हैं।
बता दें कि रविवार को रामनवमी की पूजा करने और घूमने के उद्देश्य से यहां सैंकड़ों पर्यटक पहुंचे थे। इस दौरान रोपवे की नीचे आ रही ट्राली ऊपर जा रही ट्राली से टकरा गई। हादसे के समय दो दर्जन ट्रालियां ऊपर थीं। करीब 18 ट्रालियां ऊपर ही फंसी हुई हैं। देवघर हादसे में वायुसेना ने 16 लोगों को अभी तक बचा लिया है। हालांकि रोपवे में 2 महिलाओं की मौत की खबर सामने आ रही है। त्रिकुट रोपवे हादसे में फंसे सभी लोगों को निकालने में इंडियन आर्मी के जवान हेलीकॉप्टर के जरिए जुटे हैं। हेलीकॉप्टर से रस्सी के सहारे जवान रोपवे ट्रॉली तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन रोपवे के तार के कारण हेलीकॉप्टर को परेशानी हो रही है। बता दें कि सभी लोग रविवार शाम से ही रोपवे में फंसे हुए हैं।
झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि NDRF, भारतीय वायुसेना और गरुड कमांडो द्वारा सहायता ली जा रही है। जिन्होंने उस रोपवे को बनाया था उनकी टीम भी वहां पहुंच गई है। बचाव के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
NDRF, भारतीय वायुसेना और गरुड कमांडो के द्वारा सहायता ली जा रही है। जिन्होंने उस रोपवे को बनाया था उनकी टीम भी वहां पहुंच गई है। बचाव के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। चीज़ों पर हम लोगों की नज़र हैं: झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, रांची pic.twitter.com/CSC2xuxLNT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2022
जिला के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री एवं पुलिस कप्तान सुभाष चंद्र जाट रविवार से ही घटनास्थल पर कैंप किए हुए हैं एवं बचाव एवं राहत कार्य के लिए किए जा रहे हैं एक-एक गतिविधि की क्लोज मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जिला कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री ने बताया कि फिलहाल रोपवे बंद है। ट्राली के डिस्पलेस होने से दुर्घटना घटी है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। अधिकारियों ने बताया कि लोगों को निकालने के लिए जैसे ही सेना ने हेलीकॉप्टर का सहारा लिया। पंखे की तेज हवा से ट्रालियां हिलने लगीं, इससे लोगों की जान पर बन आई।