श्राद्ध पक्ष की पितृ अमावस्या बुधवार छह अक्तूबर को हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाई जा रही है । इस अवसर पर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने गया है। वहीं नारायणी शिला मंदिर के कपाट 11 बजे तक बंद रहेंगे। इसके बाद श्रद्धालु पूजा कर सकेंगे। यहां पर तर्पण कार्यक्रम नहीं होगा। बुधवार को मंदिर के पास मेला भी लगने जा रहा है । तुलसी चौक से नारायणी शिला होते हुए देवपुरा जाने वाले रास्ते पर किसी भी तरह के वाहनों की आवाजाही बंद है ।
कोराना संक्रमण के चलते वर्ष 2020 में सर्व पितृ अमावस्या पर कुछ बंदिशों के साथ श्रद्धालुओं ने धर्मनगरी में आकर गंगा स्नान कर पूर्वजों का तर्पण किया था। इस बार कोरोना संक्रमण एकदम बहुत कम हो चुका है। ऐसे में बुधवार को होने वाली सर्व पितृ अमावस्या के अवसर पर धर्मनगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आ रहा है ।
गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश से श्रद्धालु मंगलवार की देर रात तक धर्मनगरी पहुंच गए। बुधवार को होने वाले स्नान को लेकर हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों पर श्रद्धालु सुबह से ही स्नान शुरू कर दिया। वहीं देर शाम तक स्नान चलेगा। कुशाघाट समेत पर श्रद्धालु पूजन करने के बाद तर्पण करेंगे। नारायणी शिला मंदिर के मुख्य पुजारी मनोज कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर परिसर में तर्पण कार्यक्रम नहीं होगा। जिन लोगों के थान बने हुए वह पूजा कर सकेंगे।